Friday, 1 February 2013

पहला ख़त........ Valentine sepical........

मैं भी तुम्हारी तरह busy रह सकती हूँ.....
मैं अपने बहुत सारे कामो में तुम्हारी बहुत सारी  बाते भुला सकती हूँ.....
पर मैं ऐसा कुछ नही करती हूँ....
क्यों कि मेरे busy होने का मतलब तुम्हे भूलना नही है.....
बल्कि गुजरते हुए हर लम्हे के साथ तुम्हे याद करना है....
क्यों की मैं डरती हूँ...की सब पाने की दौड़ में मैं कही तुम्हे न खो दूँ ....
मुझे सब ना सही थोडा ही मिले पर जो कुछ मिले...
उसके मिलने की ख़ुशी तुम्हारे साथ महसूस कर सकूँ....
क्यों कि मेरी हर ख़ुशी बिना तुम्हारे साथ के अधूरी है....
तो क्यों ना कुछ पल जिन्दगी से चुरा लिये जाये.....   
                                                                    आहुति  
     
                                                       
                                                                      
          

                                                                                                                                                       

23 comments:

  1. क्यों न कुछ हसीं पल जिन्दगी से चुरा लिए जाएँ
    हों जब हम अकेले ,तो दिल बहलाने के काम आयें ....

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  2. ...बल्कि गुजरते हुए हर लम्हे के साथ तुम्हे याद करना है....
    --------------------------------------------
    badhiya

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  3. aisa hoga aapka "Vallintine Special" pahala khat...?
    :D

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  4. सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...

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  5. बहुत सुंदर भावनात्मक अभिव्यक्ति,,,,

    RECENT POST शहीदों की याद में,

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  6. तो क्यों ना कुछ पल जिन्दगी से चुरा लिये जाये..... जरूर .......

    बहुत बढिया लिख्‍खा है

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  7. बहुत ही सुन्दर..
    इस ख़त में लिखी हर बात दिल की बात है..
    जो दिल को छुती है..
    :-)

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  8. bahut sundar abhivyaktie hai, isse behtar tohfa valentine day par kya hoga ki aap apni shikayton ka izhaar bhi pyar bhare shabdon me lapet kar aahista se kar den.....aur ye aapke prem ka izhaar dikhe..........!! loved it!!

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  9. beautiful lines!!! apni shikayton ko pyar ke aavran me lapet k aise prastut kiya hai, jo mahsoos karne layak hai!!

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  10. बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना..

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  11. पूरी रचना बहुत ही खूब.कुछ भी छोड़ दूं तो नाइंसाफी होगी....सुषमा जी

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  12. वाह प्यार में डूबे हर शब्द.

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