सब जगह से निराश होकर,
आज तुम्हारे पास आई हूँ...!!
आज तुम्हारे पास आई हूँ...!!
क्यों की मैंने सुना है,
जब सब सो जाते है,
तब भी कवि जागता रहता है....!!
कैसे किसी के होठों पे एक छोटी सी मुस्कान दे,
कैसे किसी के दर्द को थोडा सा बाँट ले,
कलम हाथ में लेकर ये सोचता रहता है...
खामोश रातो में उसकी अधखुली आखों में,
जाने किसका सपना जगता रहता है,
अपने ख्यालो को अपने एहसासों,
को वो शब्दों में बंधता रहता है ....!!!