Sunday 28 October 2018

कभी तो समझोगे......!!!

कभी तो समझोगे ..
इन गुजरते पलो की अहमियत को,
कभी तो तुम समझोगे...
मुस्कराती आंखों की उदासियों को,
इस तरह नाराजगी से क्या मिलेगा,
जो कुछ पल मैंने संजोये है तुम्हारे लिए,
क्यों तुम खराब करते हो..
छोटी-छोटी बातों पर,
इतना उलझना क्यों..?
क्यों ना इन छोटी-छोटी खुशियों को जी लो..
कभी तो तुम समझोगे,
जिंदगी के जीने को,
थक चुकी हूँ तुम्हे तुम्हारे तरीके से,
मनाते-मनाते,
तुम्हे समझ कर खुद को समझाते-समझाते..
अब बस अब और नही...
मुस्कराहट अब और जिंदगी से ना छीन पाऊंगी..
गर तुम इस तरह तोड़ते रहे,
छोड़ते रहे..इन पलो को..
हार कर मैं भी इक दिन बिखर जाउंगी..
फिर ना कोई मुस्कराहट मेरे होठो पर सजेगी..
तुम्हें तब इन्जार तो रहेगा,
फिर ना मैं मुस्कराते हुए,
जिंदगी की बाते तुमसे करूंगी...
कभी तो समझोगे......
जिंदगी की अहमियत को...!!!

Saturday 27 October 2018

सब बहाने ही तो है.....!!!

करवाचौथ तो सिर्फ बहाना है,
फिर इक बार तुम्हारे लिए सिर्फ,
तुम्हारे लिए सजने सँवरने का...
तुम तारीफ करो,मुझे चाँद जैसा कहो..
बस आज तो चाँद को चिढ़ाना है...
इक बहाना है तुमसे अधिकार से,
अपने लिए वक़्त निकालने का,
तुमसे अपने लिए कोई तोहफा मांगने का...
सब बहाने ही तो है,
जिंदगी की जद्दोजहद से,
तुम्हे अपने पास कुछ देर बिठाने का..!!!.

Saturday 20 October 2018

दर्द...!!!

अपने दर्द को खुद में समेट कर,
खड़े हो जाये गर कोई..
दुनिया कहती है कि देखो वो जिंदगी में,
आगे बढ़ गए..
किसी ने उस शख्स की,
वो सुनी आँखे नही देखी,
जो रात के अंधेरे में उस दर्द के साथ,
रोई हुई होती है...
और सुबह फिर होठो पर मुस्कराहट के साथ,
सबसे मिलती है..
जिसे लोग जिंदगी में आगे बढ़ना कहते है,
उनसे पूछो जिनके पास,
उनकी जिंदगी ही नही रही हो...
वो क्या जिंदगी की बाते करँगे.....

Friday 19 October 2018

मिस परफेक्ट बनना चाहती हूं....!!!

जानती हूं कि तुम मेरे मिस्टर परफेक्ट नही हो,
तुम मेरे मन की बाते नही समझ पाते हो,
तुम वैसा कुछ नही करते जो,
मैं अपने राजकुमार में चाहती थी..
फिर भी मेरे लिए,
तुमसे बेहतर कोई नही है..
शायद तुम में जो नही है,
मुझे उसी से प्यार हो गया है..
जो तुम मेरे लिए नही हो पाए,
वो सभी खूबी के साथ,
मैं तुम्हारे लिए..
मिस परफेक्ट बनना चाहती हूं....!!!

Monday 15 October 2018

गर तुम सुनना चाहो...!!!

कुछ कहूं गर तुम सुनना चाहो...
एक वक्त हो जो सिर्फ हमारा हो,
ना कोई फिक्र हो,
ना किसी से कोई शिकायत हो..
ना कोई ख्वाब हो,ना कोई चाहत हो..
सिर्फ तुम रहो, मैं रहूं..
और वो लम्हा हमारा हो..
ना छोड़ कर जाने की फिक्र हो,
ना लौट कर आने कोई जल्दी हो..
सभी नजारे हमारे ही,
सभी चांद सितारे हमारे हो..
ना कुछ मेरा-तुम्हारा हो,
जो वो लम्हा हो वो हमारा हो...!!!

Friday 5 October 2018

तुम नही समझोगे...!!!

तुम नही समझोगे कि
कब मैंने गुजरते तुम्हारे लम्हो से,
हमारे लिए कुछ लम्हे चुरा कर साथ,
जीना क्या होता है...
तुम नही समझोगे कि
अपनी सारी परेशानियों को भूल कर,
इक तुम्हे मुस्कराते दिखने की खुशी को,
जीना क्या होता है...
तुम नही समझोगे कि
यूँ ही बेवजह,बे-सिर-पैर की बाते करके,
तुम्हे जिंदगी को जीने वजह बताने में,
मेरा पागल हो जाना क्या होता है...!!!

Wednesday 3 October 2018

कुछ अधूरा सा रह जाता है...!!!

जितनी बार मिलती हूँ तुमसे,
हर बार कुछ अधूरा सा रह जाता है...
सोचती हूँ इस बार,
बाते सारी तुमसे कर लूँगी,
फिर हर बार,
कुछ कहना बाकी रह जाता है...
सोचती हूं इस बार जब मिलूंगी तुमसे,
तुम्हारे हाथों को थाम कर बैठूँगी,
तुम्हारी अनकही सुन लुंगी,
फिर हर बार,
तुम्हारी धड़कनो को सुनना रह जाता है...
सोचती हूँ इस बार,
तुम्हारी मुस्कराहट की,
अपनी उंगलियों से नाप ले लुंगी,
तुम्हारे चेहरे पर खुशियों की छाप छोड़ दूंगी,
फिर भी हर बार,
तुम्हारी आँखों मे खुद को देखना रह जाता है...
सोचती हूँ इस बार ठहर कर किसी जगह,
तुम्हारे साथ वक़्त को बांध लुंगी,
तुम्हे जाने ना दूंगी कही..
फिर भी हर बार..
मैं रह ना सकूँगी तुम्हारे बैगैर,
तुम्हे बताना रह जाता है...