अपने दर्द को खुद में समेट कर,
खड़े हो जाये गर कोई..
दुनिया कहती है कि देखो वो जिंदगी में,
आगे बढ़ गए..
किसी ने उस शख्स की,
वो सुनी आँखे नही देखी,
जो रात के अंधेरे में उस दर्द के साथ,
रोई हुई होती है...
और सुबह फिर होठो पर मुस्कराहट के साथ,
सबसे मिलती है..
जिसे लोग जिंदगी में आगे बढ़ना कहते है,
उनसे पूछो जिनके पास,
उनकी जिंदगी ही नही रही हो...
वो क्या जिंदगी की बाते करँगे.....
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