Monday 15 October 2018

गर तुम सुनना चाहो...!!!

कुछ कहूं गर तुम सुनना चाहो...
एक वक्त हो जो सिर्फ हमारा हो,
ना कोई फिक्र हो,
ना किसी से कोई शिकायत हो..
ना कोई ख्वाब हो,ना कोई चाहत हो..
सिर्फ तुम रहो, मैं रहूं..
और वो लम्हा हमारा हो..
ना छोड़ कर जाने की फिक्र हो,
ना लौट कर आने कोई जल्दी हो..
सभी नजारे हमारे ही,
सभी चांद सितारे हमारे हो..
ना कुछ मेरा-तुम्हारा हो,
जो वो लम्हा हो वो हमारा हो...!!!

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