ये रात अँधेरी है कल का सूरज ना जाने कैसा होगा
हर याद दिल में बसी है
अब इन यादो के सहारे ही जीना होगा
इस दिल में तूफ़ान बहुत
अब इन तुफानो से ही गुजरना होगा
आखों में होगे आंसू मगर
इन होटों से मुस्कराना होगा
तन्हा ना कटेगा सफ़र कभी
किसी ना किसी को अपना बनाना होगा
टूटेंगे ख्वाब हर पल यहाँ
फिर भी आखों में एक नया सपना सजाना होगा
टूट जायेगी हर उम्मीद यहाँ
ना जीने का कोई बहाना होगा
रुक जाये जिंदगी तो क्या
हमको तो आगे जाना होगा..!!!
रुक जाये जिंदगी तो क्या
ReplyDeleteहमको तो आगे जाना होगा..!!!
बहुत बढ़िया सुषमा जी!
वाह ! सुषमा जी!
ReplyDeleteइस कविता का तो जवाब नहीं !
दुर्गाष्टमी और रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteमाँ दुर्गा आपकी सभी मंगल कामनाएं पूर्ण करें
रुक जाये जिंदगी तो क्या
ReplyDeleteहमको तो आगे जाना होगा..!!!
व्यथा से घिरी हुई -
सत्य कहती हुई -
आगे बढ़ती हुई रचना ....
khud pe bharosa karna hoga ...
ReplyDeleteaage jana hi hoga
टूट जायेगी हर उम्मीद यहाँ
ReplyDeleteना जीने का कोई बहाना होगा
रुक जाये जिंदगी तो क्या
हमको तो आगे जाना होगा..!!!
bahut sundar prastuti
ना जीने का कोई बहाना होगा
ReplyDeleteरुक जाये जिंदगी तो क्या
हमको तो आगे जाना होगा..!!!
बिल्कुल ऐसे ही चलती रहती है ज़िंदगी ..आगे कदम बढ़ाना ही पड़ता है ..
tutenge khwab har pal yaha..
ReplyDeletephir bhi aakho me ek nya sapna sajana h....
very nice....
टूट जायेगी हर उम्मीद यहाँ
ReplyDeleteना जीने का कोई बहाना होगा
रुक जाये जिंदगी तो क्या
हमको तो आगे जाना होगा..!!!
बहुत ही बढ़िया और सकारात्मक सोच ,
bhut kubsurat.....
ReplyDeleteab to bas ek hi dhun hai
es raat ko dhalta dekhu
apni ankho se suraj ko niklta dekhu...
बहुत ही बढ़िया और सकारात्मक सोच| धन्यवाद|
ReplyDeleteटूट जायेगी हर उम्मीद यहाँ
ReplyDeleteना जीने का कोई बहाना होगा
रुक जाये जिंदगी तो क्या
हमको तो आगे जाना होगा..!!!
खूब कहा ... बस यही सोच बनी रहे....
सुंदर कविता बधाई आहुति जी |
ReplyDeleteबहुत संवेदनशील रचना.
ReplyDeleteज़िन्दगी तो चलती जाती है,
हम रुक जाते जातें हैं
सलाम.
Jism me samundar si rawaani he..
ReplyDeletezindgi aag or dariya ki kahaani he...
karta hu faasle paar har ghadi me ...
in faaslo me hi to chupi teri or meri kahaani he ...
" aahuti" very well
ur pen says about ..u
keep going..
gud luck
yahi to jeevan hai ......
ReplyDeleteरुक जाये जिंदगी तो क्या
ReplyDeleteहमको तो आगे जाना होगा..!!!
bahut khoob
sahityasurbhi.blogspot.com
जिंदगी कहाँ रुकी है, वो तो चलते ही रहती है :)
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