Saturday 12 March 2011

जब जिक्र जिँदगी का आया है....!!!

जब जिक्र जिँदगी का आया है,
 हमने जिँदगी से नजरे चुरायी है,
 कोई ना कोई बहाना बनाया है,
 मिल ना जाये जिँदगी किसी मोङ पर कोई सवाल ले कर,
 उस मोङ से अलग रास्ते कर लिये है,
 किसी के दिल मे बसने के जुनून मे,
 हमने जिँदगी से फासले कर लिये है.....!!!


9 comments:

  1. bheegi si ek shaam ' vatvriksh ke liye bhejiye parichay tasweer blog link ke saath rasprabha@gmail.com per

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  2. bhut khubsurat rachna
    jo zindgi se bhut dur hokar bhi
    sbse krib hai.......

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  3. सुन्दर भावपूर्ण रचना . जिंदगी से आंखे मिलाने का साहस हो तो जिंदगी सरस लगती है .

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  4. आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी......आपको फॉलो कर रहा हूँ |

    कभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-

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  5. यथार्थमय सुन्दर पोस्ट
    कविता के साथ चित्र भी बहुत सुन्दर लगाया है.

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  6. सुन्दर भावपूर्ण रचना ....

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  7. bhut khubsurat...
    ye safar ab har surat tay tujhi ko karna hai
    jkham jkham jeena hai aur, sans sans mrna hai..!!

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