एक लम्हा जो जिँदगी से कभी गया नही,
हम भूले हो उसे एक पल के लिये ऐसा भी कभी हुआ नही..!
रास्ते बहुत थे कुछ जाने पहचाने कुछ अन्जाने,
पर मंजिल तक जो जाता,
हमे ऐसा कोई रास्ता मिला नही..!!
हमे वो मिला है जो नसीब मेँ था,
किसी से शिकवा कोई गिला नही,
हमने निभाया है जिँदगी का साथ हर हालात मे,
मुकाम और भी मिल सकते थे,
पर वक्त ने साथ दिया नही...!!!
एक लम्हा जो बदल सकता था जिँदगी के मायने,
बहुत कोशिश की जिँदगी को बदलने की,
पर जिँदगी से वो लम्हा मिला नही......!!!!
hi...
ReplyDeletehi..
ReplyDeletehiii....
ReplyDeleteWaqt ki kaid me zindgi hai....kya kiya jaye...
Very very nice poetry.....
plz continue...
कुछ तो है इस कविता में, जो मन को छू गयी।
ReplyDeletehi.. very very nice
ReplyDeleteyu to khne ko ek lamha hai
sdiya mud mud kar isko dekhengi..!!!
एक लम्हा जो बदल सकता था जिँदगी के मायने,
ReplyDeleteबहुत कोशिश की जिँदगी को बदलने की,
पर जिँदगी से वो लम्हा मिला नही......!
koshish karne waalon ki haar nahi hoti ....
lekhani ke saarthi ke sang apne shabdon aur bhavon se nirmit rath ko badhate chale vijay jaroor milegi,,,,,,,,,lamha chura lenge waqt se jab dua hogi apno ki ....haar ko jeet me badal denge ..jab jaan rahe iraadon me sapno ki....
good wishes..
यूँ ही कोई लम्हा सच में बदल देता है ज़िंदगी ..खूबसूरत अभिव्यक्ति
ReplyDelete:)
ReplyDeleteकभी तो वो लम्हा जरूर आयेगा. उम्मीद बनाये रखिये.
ReplyDeleteबहुत खूब ..........
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर
ज़िन्दगी में अमूमन ऐसा ही होता है .....लम्हे लम्हे को तरस जाते हैं हम लेकिन वह है की रेत की मानिंद सरक जाता है ....!!!!!
ReplyDeleteबहुत खूब.....ऐसे कितने ही लम्हों के इंतज़ार में कटती जाती है जिंदगी...
ReplyDeleteआज 15/05/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.com पर पर लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
बहुत बहुत सुंदर भाव..........................
ReplyDeleteअच्छा लगा ये पुरानी रचना को पढ़ना..
सस्नेह.
अनु
सुंदर......
ReplyDeleteअति सुंदर....!!
अच्छी लगी कविता |
ReplyDeleteसादर