
किसी के आने से मेरी भी जिंदगी में..
इंद्रधनुष रंग भरने लगे है....!
प्यार का रंग कुछ एस तरह चढ़ रहा है
कि चेहरे कि रंगत बदलने लगी है ...!
किसी के दिए रंगो से
मेरे दिल ने प्यार कि
रंगोली ऐसी सजायी है....!
किसी कि डोली आयी है
तो कही बजी शहनाई है ....!
रंगो में प्यार के रंग घुलने लगे है
धड़कने तेज होने लगी है ..
दिन प्यार के चलने लगे है ....!
pyaar ke jzbaat ki sahi akkasi
ReplyDeleteबहुत सुन्दर !
ReplyDeleteNew post जापानी शैली तांका में माँ सरस्वती की स्तुति !
सियासत “आप” की !
वसंत के आगमन के साथ प्रेम का रंग वैसे भी वातावरण् में बिखरने लगता है!!
ReplyDeleteआपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (07.02.2014) को " सर्दी गयी वसंत आया (चर्चा -1515)" पर लिंक की गयी है,कृपया पधारे.वहाँ आपका स्वागत है,धन्यबाद।
ReplyDeleteसुंदर तस्वीर और सुंदर शब्द भी ...!!
ReplyDeleteबहुत स्वाभाविक !
ReplyDeleteपेंटिंग जैसे ही खूबसूरत रंग ...
ReplyDeleteसुन्दर प्यार की रंगोली सजाई है !
ReplyDeleteप्रेम दिवस पर प्यार से सराबोर कविता।
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