Monday, 25 January 2021

दर्द खुशियों में लिपटा हुआ आ रहा है.. !!!

आज हमने दर्द को एक नए रूप-रंग अंदाज़ में देखा है..खुशियों में लिपट कर हमको मिल रहा है...
और शर्त भी रखी है,कि मुस्कराना होगा... कुछ लोग तो ऐसे भी है,जिन्हें वो सब मिला जो वो चाहते थे...फिर भी उन्हें दर्द है इस बात का जो मिला वो चाहा ही क्यों था...और अगर चाहा भी था,तो मिल ही क्यों गया.. .कुछ लोग ऐसे भी है जिनके रिश्ते जुड़ नही पा रहे रहे और कुछ लोग ऐसे भी जिन्हें रिश्ते,प्यार,परिवार सब मिल गया...तो वो उसे सम्हाल नही पा रहे है.....किसी को अपनी खुशियों की कीमत देनी पड़ रही है,तो कोई खुशियों की कीमत लगा रहा है...दर्द में हर कोई है...किजी से ईश्वर ने सब छीन लिया है,तो कोई खुद को ही दर्द पहुँचा रहा है....दर्द  खुशियों में लिपटा हुआ आ रहा है.. #आहुति#

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