वो राज तुम्हारी आँखों का,
वो जादू तुम्हारी बातो का,
वो खूबसूरती ढलती शामो की,
वो तन्हाई गहराती रातो की,
वो छुअन तुम्हारे एहसासों की,
वो तूफान तुम्हारे जज्बातों का,
सभी कुछ तो वही है,
कुछ बदला नही है,
यही कुछ यादे है,
हमारी मुलाकातो की..!!!
वो जादू तुम्हारी बातो का,
वो खूबसूरती ढलती शामो की,
वो तन्हाई गहराती रातो की,
वो छुअन तुम्हारे एहसासों की,
वो तूफान तुम्हारे जज्बातों का,
सभी कुछ तो वही है,
कुछ बदला नही है,
यही कुछ यादे है,
हमारी मुलाकातो की..!!!
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, " बड़ी बी की शर्तें - ब्लॉग बुलेटिन " , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteबढिया |
ReplyDeleteमातृत्व की तैयारी
बहुत सुन्दर अहसास भरी यादें.....आभार आपका ..अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर पहुंचकर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteवाह........सुन्दर
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