एक अधूरे ख्वाब की,
पूरी रात है.....मेरे पास...
तुम हो ना हो,
तुम्हे जीने का एहसास है.....मेरे पास.....!
तुम्हे छोड़ कर जाना हो तो जाओ,
अभी उम्मीद छोड़ी नही है मैंने...
तुम्हारा इन्तजार करुँगी,
मुझे थामने के लिये....
तुम्हारा विश्वास है.....मेरे पास.....!!
मैं बढ़ रही हूँ,
कदम-दर-कदम मंजिल की तरफ...
मुझे तन्हा न समझना तुम कभी,
हर कदम तुम्हारा साथ है......मेरे साथ....!!!
गुजरे हुए लम्हों की बाते लेकर,
तुम्हारे ख्यालो में गुजरी राते लेकर....
अपने सिरहाने लेकर लेटी हूँ.....
मुझे नींद के आगोश में ले जाती,
तुम्हारी यादे है......मेरे पास.......!!!!
जिन्दगी के उलझे सवालो में,
कितनी बार टूट कर बिखरी हूँ....
अपने ही सवालो से........
फिर समेटा है खुद को,
मेरे सवालो के दिए....
तुम्हारे वो जवाब है......मेरे पास......!!!!!
इस भागती जिन्दगी में,
सब छुटा जा रहा है..
तुम से दूर हुए दिन हफ्तों में,
हफ्ते महीनो में,महीने साल में.....
बदलते जा रहे है......
इस बदलते वक़्त के साथ,
तुम्हारे साथ बीते लम्हात है.....मेरे साथ.....!!!!!!!
एक अधूरे ख्वाब की,
पूरी रात है.....मेरे पास...
तुम हो ना हो,
तुम्हे जीने का एहसास है.....मेरे पास.....!
पूरी रात है.....मेरे पास...
तुम हो ना हो,
तुम्हे जीने का एहसास है.....मेरे पास.....!
तुम्हे छोड़ कर जाना हो तो जाओ,
अभी उम्मीद छोड़ी नही है मैंने...
तुम्हारा इन्तजार करुँगी,
मुझे थामने के लिये....
तुम्हारा विश्वास है.....मेरे पास.....!!
मैं बढ़ रही हूँ,
कदम-दर-कदम मंजिल की तरफ...
मुझे तन्हा न समझना तुम कभी,
हर कदम तुम्हारा साथ है......मेरे साथ....!!!
गुजरे हुए लम्हों की बाते लेकर,
तुम्हारे ख्यालो में गुजरी राते लेकर....
अपने सिरहाने लेकर लेटी हूँ.....
मुझे नींद के आगोश में ले जाती,
तुम्हारी यादे है......मेरे पास.......!!!!
जिन्दगी के उलझे सवालो में,
कितनी बार टूट कर बिखरी हूँ....
अपने ही सवालो से........
फिर समेटा है खुद को,
मेरे सवालो के दिए....
तुम्हारे वो जवाब है......मेरे पास......!!!!!
इस भागती जिन्दगी में,
सब छुटा जा रहा है..
तुम से दूर हुए दिन हफ्तों में,
हफ्ते महीनो में,महीने साल में.....
बदलते जा रहे है......
इस बदलते वक़्त के साथ,
तुम्हारे साथ बीते लम्हात है.....मेरे साथ.....!!!!!!!
एक अधूरे ख्वाब की,
पूरी रात है.....मेरे पास...
तुम हो ना हो,
तुम्हे जीने का एहसास है.....मेरे पास.....!
वाह! भावपूर्ण सुन्दर अभिव्यक्ति!
ReplyDeleteये एहसास पास बने रहकर कितनी ही पीर उजागर करते हैं और कितनी ही पीर हर भी तो लेते हैं!
ReplyDelete'इस भागती जिंदगी में सबकुछ छूटा जा रहा है' , सच कहा सुषमा ! कुछ प्यारे ख़्वाब होते हैं जो साथ-२ रहते हैं ...
ReplyDeleteTouching.... thanks for sharing such a nice post !
ReplyDeleteइस बदलते वक़्त के साथ.....
ReplyDeleteतुम्हारे साथ बीते लम्हात है …मेरे साथ… !!
बहुत ही प्रेमपगी भावपूर्ण प्रस्तुति !!!
विश्वास हो तो सब कुछ संभाला जा सकता है...
ReplyDeleteपूरी कविता प्रेम भाव से परिपूर्ण है -बहुत अच्छा
ReplyDeletelatest post,नेताजी कहीन है।
latest postअनुभूति : वर्षा ऋतु
वाह जी वाह…….बहुत खुबसूरत
ReplyDeleteबहुत बढि़या..भावपूर्ण अहसास
ReplyDeleteवाह . बहुत उम्दा,
ReplyDeleteवाह बहुत खूब
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर
बहुत खूब सुंदर अभिव्यक्ति,,,
ReplyDeleteRECENT POST: तेरी याद आ गई ...
इस बदलते वक़्त के साथ,
ReplyDeleteतुम्हारे साथ बीते लम्हात है.....मेरे साथ.
बहुत खूबसूरत एहसास
kya baat kyaa baat kya baat
ReplyDeletekya baat kya baat kya baat
ReplyDeleteखूबसूरत से अहसास .... शब्दों को भी जिंदगी दे जाता हैं
ReplyDeleteबहुत सुन्दर एहसास....
ReplyDeleteअनु
एक अधूरे ख्वाब की,
ReplyDeleteपूरी रात है.....मेरे पास...
तुम हो ना हो,
तुम्हे जीने का एहसास है.....मेरे पास.....!
बेहतरीन एहसास
आदरेया आपकी यह सुन्दर प्रस्तुति 'निर्झर टाइम्स' पर 'रचनाशीलता की पहुंच कहाँ तक?' में लिंक किया गयी है।
ReplyDeleteआपकी अमूल्य प्रतिक्रिया http:/nirjar-times.blogspot.com पर सादर आमंत्रित है।
सादर
अति सुन्दर भावपूर्ण रचना । बधाई । मैत्री दिवस की शुभकामनाएँ । सस्नेह
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteTum ho n ho,ahsas sath hain....behud bhavpurn rachana.....
ReplyDelete