यूँ ही कुछ लिखते-लिखते इतिहास भी रच सकती हूं मैं....
Tuesday, 6 March 2018
कमिया तुममे दिखी ही नही...!!!
तुमको जो समझ लिया अब,
किसी और को समझने की जरूरत ही नही,
सभी ख्वाइशें,सपने तुम पर आ कर ठहर गए,
अब कुछ सजोने की मुझे जरूरत नही..
कमिया तुममे दिखी ही नही,
इतनी खूबियां ढूंढ ली है तुम में.....!!!
बहुत कुछ कह दिया...!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
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