गुजरते हुए हर लम्हे के साथ,
आने वाले हर पल के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
टूटते बिखरते सपनो के साथ,
हर अनजाने और अपनों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
तनहा अपने ख्यालो के साथ,
जिन्दगी के उलझते सवालो के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
कागज़ पर अनलिखे शब्दों के साथ,
अपनी कविताओं के अनकहे अर्थो के साथ....
मैंने तुम्हे याद किया है.....
तारो को गिनते-गिनते गुजरती रातो के साथ,
तुम्हारे बिन ढलती शामों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
मंजिल को भटकती राहो के साथ,
हर सफ़र पर तुम्हे तलाशती आखों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
इस तरह तुम मेरी जिन्दगी के हर लम्हे में शामिल हो,
मैंने तुम्हे याद किया आती जाती सांसो के साथ......
आने वाले हर पल के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
टूटते बिखरते सपनो के साथ,
हर अनजाने और अपनों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
तनहा अपने ख्यालो के साथ,
जिन्दगी के उलझते सवालो के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
कागज़ पर अनलिखे शब्दों के साथ,
अपनी कविताओं के अनकहे अर्थो के साथ....
मैंने तुम्हे याद किया है.....
तारो को गिनते-गिनते गुजरती रातो के साथ,
तुम्हारे बिन ढलती शामों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
मंजिल को भटकती राहो के साथ,
हर सफ़र पर तुम्हे तलाशती आखों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
इस तरह तुम मेरी जिन्दगी के हर लम्हे में शामिल हो,
मैंने तुम्हे याद किया आती जाती सांसो के साथ......
bahut pyari rachna.............
ReplyDeletebehtareen !!
ReplyDeleteकिसी का यादों में रहना जैसे साँसों का चलना. सुन्दर रचना, बधाई.
ReplyDeleteबस ये दुआ है के वो भी यूँ ही याद करता हो.....
ReplyDelete:-)
प्यारी सी रचना ...
अनु
तनहा अपने ख्यालो के साथ,
ReplyDeleteजिन्दगी के उलझते सवालो के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
खुबसूरत खयालात मधुर संबंधों के साथ
बहुत सुन्दर रचना, बधाई.
ReplyDeletesarthak prastuti aabhar. प्रणव देश के १४ वें राष्ट्रपति :कृपया सही आकलन करें
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत ...
ReplyDeleteटूटते बिखरते सपनो के साथ,
हर अनजाने और अपनों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
bahut sundar rachna ...
ReplyDeleteshubhkamnayen .
khubsurat bhaw-prawah...
ReplyDeleteमुहब्बत इसी को कहते हैं..
ReplyDeleteजब सांसों में ही वो समाये हाँ तो हर शै में उनको तो याद आना ही है ... खूबसूरत एहसास लिए प्यारी रचना ...
ReplyDeleteमंजिल को भटकती राहो के साथ,
ReplyDeleteहर सफ़र पर तुम्हे तलाशती आखों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....very nice...
बहुत सुन्दर :-)
ReplyDeleteशब्द -शब्द हृदयस्पर्शी है..
बेहतरीन:-)
बहुत खूब...
ReplyDeleteइस तरह तुम मेरी जिन्दगी के हर लम्हे में शामिल हो,
ReplyDeleteमैंने तुम्हे याद किया आती जाती सांसो के साथ......
खूबसूरत भाव
कागज़ पर अनलिखे शब्दों के साथ,
ReplyDeleteअपनी कविताओं के अनकहे अर्थो के साथ....
मैंने तुम्हे याद किया है..
बहुत ही कोमल भावाभिव्यक्ति...
बहुत ही सुन्दर लगी पोस्ट।
ReplyDeleteप्यारी सी यादें यूँ ही सहज कर रखिएगा
ReplyDeleteखूबसूरत अभिव्यक्ति
ReplyDeleteआती जाती सांसो के साथ याद किया..बहुत खूबसूरत..
ReplyDeleteमंजिल को भटकती राहो के साथ,
ReplyDeleteहर सफ़र पर तुम्हे तलाशती आखों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
....बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना...
जो तुम याद आए बहुत याद आए. बहुत खूब
ReplyDeleteगुजरते हुए हर लम्हे के साथ,
ReplyDeleteआने वाले हर पल के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
बहुत सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति.
ओहो मत याद करो इतना
ReplyDeleteअधिक हिचकी से भी कष्ट होता है
बहुत बढि़या
कोमल भावाभिव्यक्ति.
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर कविता
ReplyDeletekhubsurat abhivyakti
ReplyDeleteबहुत सुंदर...
ReplyDeleteBahut khub!
ReplyDeleteयही है भाई बहन का प्यार। बहुत सुन्दर। आशीर्वाद।
ReplyDeletebehad hi khubsurat rachna.....
ReplyDeleteबहुत सुंदर भावप्रवण प्र्स्तुती...
ReplyDeleteसादर।
बहुत खूब सुषमा जी।
ReplyDeleteसादर
bahut sundar yaad kiya hai:-)
ReplyDeletelove leaves timeless impressions!!!
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