बहुत सुन्दर काव्यमय प्रस्तुति भाई बहन के अमित प्यार की .बहिन, भाई के अन्दर पिता का निस्स्वार्थ छाता, और भैया, माँ को ढूंढता है कहतें हैं जो भाई अपनी बहन से बहुत रागात्मक सम्बन्ध बनाए रहतें हैं उनके साथ स्नेहिल बने रहतें हैं उन्हें हार्ट अटेक नहीं पड़ता ,दिल की बीमारियों से बचाता है माँ के जाने के बाद बहन का प्यार .रक्षा बंधन मुबारक -झूमें ये सावन सुहाना ,भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना ,शायद वो सावन भी आये ,जो पहले सा रंग न लाये, बहन पराये देश बसी हो ,अगर वो तुम तक पहुँच न पाए ,झूमें ये सावन सुहाना ...इस गीत की मिसरी बचपन में ले जाती है .छोटी बहन का यह गीत आज भी उतना ही मीठा लगता है जितना "चंदा मामा दूर के ,पुए पकाए बूर के ,आप खाएं प्याली में ,मुन्ने को दें ,प्याली में ..
सुन्दर भाव को सहेजती भाई बहन का प्यार
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना..
ReplyDeleteइस पावन पर्व पर आपको ढ़ेर सारी शुभकामनाये :-)
हमारी ढेर सी शुभकामनाएं भी बाँध लीजिए...
ReplyDeleteसस्नेह
अनु
राखी की हार्दिक शुभकामनाये
ReplyDeleteशुभकामनाएं...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर काव्यमय प्रस्तुति भाई बहन के अमित प्यार की .बहिन, भाई के अन्दर पिता का निस्स्वार्थ छाता, और भैया, माँ को ढूंढता है कहतें हैं जो भाई अपनी बहन से बहुत रागात्मक सम्बन्ध बनाए रहतें हैं उनके साथ स्नेहिल बने रहतें हैं उन्हें हार्ट अटेक नहीं पड़ता ,दिल की बीमारियों से बचाता है माँ के जाने के बाद बहन का प्यार .रक्षा बंधन मुबारक -झूमें ये सावन सुहाना ,भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना ,शायद वो सावन भी आये ,जो पहले सा रंग न लाये, बहन पराये देश बसी हो ,अगर वो तुम तक पहुँच न पाए ,झूमें ये सावन सुहाना ...इस गीत की मिसरी बचपन में ले जाती है .छोटी बहन का यह गीत आज भी उतना ही मीठा लगता है जितना "चंदा मामा दूर के ,पुए पकाए बूर के ,आप खाएं प्याली में ,मुन्ने को दें ,प्याली में ..
ReplyDeleteभाई बहन के प्यार का अटूट बंधन राखी ,
ReplyDeleteबंधन कच्चे धागों का पक्का ......
BEAUTIFUL AND NICE LINES WITH DEEP FEELINGS
RAKHI KI BADHAI AUR SHUBHAKAMANA
भावमय करती प्रस्तुति ...
ReplyDeleteआपको इस स्नेहिल पर्व की अनंत शुभकामनाएं
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteश्रावणी पर्व और रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ!
picture pe likhe hone ke kaaran thoda kasht hua padhne mein....lekin achhe kavita
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!...रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना....
ReplyDeletebehtarin.....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और भावमय...
ReplyDeleteभावमय ... बहुत सुन्दर ...रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना.... रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ ...
ReplyDeleteबेहतरीन
ReplyDeleteसादर