कुछ एहसासों को लब्ज़ नही मिलते,
वो सिर्फ महसूस किये जाते है......
उन्हें शब्द हम क्या दे...उन्हें अर्थ हम क्या दे.....?
जो अनजाने में इस दिल से जुड़ जाते है....
साथ होते है फिर भी तन्हाई सी रहती है,
बाते तब भी होती है..
जब खामोश हम हो जाते है.....
फिर कहाँ कुछ कहने-सुनने को कुछ बाकी रहता है,
जब एहसासों से ही एहसास समझे जाते है....
नाम उसे हम क्या दे?
जिसकी एक झलक दिख जाने भर से,
दिल को मीठी सी ख़ुशी होती है.....
क्या बतलायेंगे किसी को....?
जो न पूरी सच्ची होती है...जो न पूरी झूठी होती है......
यादे कुछ यूँ भी बन जाती है.....
जो याद नही आती सिर्फ दिल को महसूस होती है....
गुजरे लम्हों के साथ.. कुछ है जो गुजरता जा रहा है...
हलचल सी मची है दिल में.....
ख़ामोशी है...तन्हाई है....
फिर भी साथ मेरे है कोई.....
जो सपना सा... अपना सा है....
हर पल इस दिल को एहसास दिला रहा है.....
जब एहसासों से ही एहसास समझे जाते है....
ReplyDeleteनाम उसे हम क्या दे?
जिसकी एक झलक दिख जाने भर से,
दिल को मीठी सी ख़ुशी होती है.....
बहुत शानदार लाइन्स हैं सुषमा जी।
बहुत ही अच्छा लिखा है आपने।
सादर
कहने को तो कह देते
ReplyDeleteहम भी गर जुबां खुलती
बस एहसास ही कर पाते हैं
और ये मुए लफ्ज़ भी तो साथ नहीं देते...!!
बहुत खूब....!!
good
ReplyDeleteएहसासों को पूर्ण आहूति दे पाना वाकई कठिन है ...!!
ReplyDeleteसुंदर रचना ....!!
शुभकामनायें ....!!
जब एहसासों से ही एहसास समझे जाते है....
ReplyDeleteनाम उसे हम क्या दे?
जिसकी एक झलक दिख जाने भर से,
दिल को मीठी सी ख़ुशी होती है.....
क्या बतलायेंगे किसी को....?
as predected beautiful lines
with emotions and feeligs including
thought.
जो अनजाने में इस दिल से जुड़ जाते है....
ReplyDeleteसाथ होते है फिर भी तन्हाई सी रहती है,
बाते तब भी होती है..
जब खामोश हम हो जाते है.....
khubsurat lines bhawanaon ke sath jahan
prem hi jhalakata hai. chahe tanhai hi kyon na ho.
कल 06/04/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
कुछ एहसास बिना लफ्ज़ के ही खूबसूरत होते हैं .... तुम्हारी रचनाओं में अब अनकहे की प्रबलता होती है और दर्द हो या ख़ुशी , तभी आकार लेते हैं
ReplyDeleteख़ामोशी है...तन्हाई है....
ReplyDeleteफिर भी साथ मेरे है कोई.....
यही एहसास तो सार्थक एहसास है ...
बहुत खूब
कुछ एहसासों को लब्ज़ नही मिलते,
ReplyDeleteवो सिर्फ महसूस किये जाते है......
बिलकुल सच कहा आपने ....उन्हें शब्द देकर उनका विस्तार ख़त्म हो जाता है
The deepest thoughts are better left 'unexpressed'!!!
कुछ एहसासों को लब्ज़ नही मिलते,
ReplyDeleteवो सिर्फ महसूस किये जाते है......
बिलकुल सच कहा आपने ....उन्हें शब्द देकर उनका विस्तार ख़त्म हो जाता है
बहुत सुन्दर भा्वो को संजोया है. सुषमा जी बधाई.. खुबसूरत अभिव्यक्ति के लिए..
ReplyDeleteजिसकी एक झलक दिख जाने भर से,
ReplyDeleteदिल को मीठी सी ख़ुशी होती है.....
क्या बतलायेंगे किसी को....?
जो न पूरी सच्ची होती है...जो न पूरी झूठी होती है......
बहुत सुन्दर एहसास सुषमा जी ...
अच्छे शब्द संयोजन के साथ सशक्त अभिव्यक्त...सुषमा जी।
ReplyDeleteसंजय भास्कर
आदत....मुस्कुराने की
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
कुछ एहसास ..सिर्फ महसूस किए जा सकते है !
ReplyDeleteये ही सच है!
बाते तब भी होती है..
ReplyDeleteजब खामोश हम हो जाते है.....
फिर कहाँ कुछ कहने-सुनने को कुछ बाकी रहता है,
जब एहसासों से ही एहसास समझे जाते है....
ख़ामोशी भी बोलती है... बहुत खूबसूरत...
वाह क्या बात है!!!
ReplyDeleteइसे भी देखें-
‘घर का न घाट का’
बाते तब भी होती है..
ReplyDeleteजब खामोश हम हो जाते है.....
फिर कहाँ कुछ कहने-सुनने को कुछ बाकी रहता है,
जब एहसासों से ही एहसास समझे जाते है....
.....सच्चे अहसासों को शब्दों की कब आवश्यकता रहती है...बहुत भावपूर्ण रचना...
कुछ एहसासों को लब्ज़ नही मिलते,
ReplyDeleteवो सिर्फ महसूस किये जाते है......
उन्हें शब्द हम क्या दे...उन्हें अर्थ हम क्या दे.....?
जो अनजाने में इस दिल से जुड़ जाते है....
साथ होते है फिर भी तन्हाई सी रहती है,
बाते तब भी होती है..
बहुत अच्छा लिखा आपने
सच है कुछ बातें ... कुछ रिश्ते ... कुछ एहसास ... कुछ ख्वाब ... बस महसूस करने के लिए होते हैं ... लाजवाब ...
ReplyDeleteअति सुन्दर लिखा है |
ReplyDelete:) nice
ReplyDeleteसच! एहसास सिर्फ महसूस किए जा सकते हैं....
ReplyDeletekhubsurat...
ReplyDeletemaano dil ki baatein ... zubaan par ... bahut khoob .. !!
ReplyDeleteजो न पूरी सच्ची होती है...जो न पूरी झूठी होती है......
ReplyDeleteयादे कुछ यूँ भी बन जाती है.....
जो याद नही आती सिर्फ दिल को महसूस होती है....
गुजरे लम्हों के साथ.. कुछ है जो गुजरता जा रहा है..
wah sunder bhav
rachana
जो महसूस हो जाये उनको शब्द की ज़रुरत ही क्या
ReplyDeleteबहुत खूब प्रस्तुति
ahsas hamare apne hote hai aur shayad shabd eske liye kam pad jaate hai
ReplyDeleteयह महसूस किया जा सकता है बताया नहीं जा सकता ... खूबसूरत प्रस्तुति
ReplyDeleteवाह..खूबसूरत नज़्म..!!
ReplyDeleteसाथ होते है फिर भी तन्हाई सी रहती है,
ReplyDeleteबाते तब भी होती है..
जब खामोश हम हो जाते है.....very nice
बहुत ही सुन्दर रचना.
ReplyDeletebeautiful
ReplyDeleteEhsaas hai Toh INSAAN hai.....:):)
ReplyDeleteफिर भी साथ मेरे है कोई.....
ReplyDeleteजो सपना सा... अपना सा है....
हर पल इस दिल को एहसास दिला रहा..very nice...
कुछ एहसासों को लब्ज़ नही मिलते,
ReplyDeleteवो सिर्फ महसूस किये जाते है......
उन्हें शब्द हम क्या दे...उन्हें अर्थ हम क्या दे.....?
वाह || बहुत ही गहरे अहसास लिए पंक्तिया है..
जिसकी एक झलक दिख जाने भर से,
ReplyDeleteदिल को मीठी सी ख़ुशी होती है.....
क्या बतलायेंगे किसी को....?
जो न पूरी सच्ची होती है...जो न पूरी झूठी होती है......
एकदम सच्ची कहा है आपने.....
दिल को छु लेनेवाली पंक्तिया है...
एहसासों को जब शब्द मिल जायेंगे तो वो एहसास नहीं रहेंगे .....
ReplyDeleteख़ामोशी है...तन्हाई है....
ReplyDeleteफिर भी साथ मेरे है कोई.....बहुत ही सुन्दर
खामोशी से खामोशी बात करती है ...अहसासों की दुनिया भी अजीब है ।
ReplyDeleteभाव -भरी रचना हार्दिक बधाई .........
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना, बधाई.
ReplyDeleteबहुत ही खूबसूरत अहसास....
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत लगी पोस्ट....शानदार।
ReplyDeleteबढ़िया... :) New Artical :- How To Show Yahoo Smiley's In Blogger Threaded Comments
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