कभी-कभी हम किसी ऐशे शख्स से मिलते है जो हमारे जीवन में एक छाप छोड़ जाते है अपने आप में एक पूर्ण व्यक्तित्व होते है मैं भी इन्ही दिनों एक ऐसे ही आसाधारण व्यक्तित्व की धनी सख्सियत से मिली आपका परिचय डॉ. किरण मिश्रा कानपुर में के के गर्ल्स डिग्री कालेज में प्राचार्य पद पर कार्यरत है..
आपको पहले मैंने आपके ब्लॉग पर पढ़ा था और फिर आपसे मिलने का मौका भी मिला...
मैं जब आपसे मिलने जा रही थी सामान्यता जो हर कोई सोचता है की डिग्री कालेज में प्राचार्य है तो बहुत सख्त होगी लेकिन मैं गलत थी,आपसे एक मुलाकात ने मेरी जीवन को एक नयी राह,नयी उम्मीद दे गयी..! आपकी शालीनता,सरलता और जिन्दगी में खुश रहने की इतनी सारी वजह किसी को भी प्रभावित कर सकती है..
आपसे मिलकर मुझे लगा की कोई भी पद किसी की पहचान नही बनाता बल्कि उसका व्यक्तित्व उसकी पहचान को पूर्ण करता है मैं जब आपसे मिली तो बहुत डर रही थी पता नही मैं ठीक से बात कर भी पाउंगी की नही? पर आपसे मिलने के बाद आपके असाधारण व्यक्तित्व से परिचय हुआ..
आपने इस तरह जिन्दगी की छोटी छोटी बातो में खुशियों को तलाश करना उनमे जीने की कला को समझाया..आपके अंदर मैंने एक गुरु,एक दोस्त,एक मार्गदर्शक को देखा...
आपसे मिलने के बाद जो मैंने महसूस किया उन्हें शब्दों में उतरने की एक छोटी सी कोशिश की है,फिर भी बहुत कुछ था आपके व्यक्तित्व में जिसे कहने के लिए मुझे शब्द नही मिल पाए जो सिर्फ महसूस किये जा सकते है ..आपका व्यक्तित्व किसी की भी जिन्दगी में एक साकारात्मक सोच को विकसित कर सकता है...
मेरे विचार से आप एक पूर्ण व्यक्तित्व की धनी है आपसे मिलने के बाद मैं ही नही मेरे जैसी हजारो लडकिया आपके जैसा बनाना चाहेंगी.....!!
ब्लॉग... kirankiduniya.blogspot.com`
आपका आभार आदरणीय किरण जी के व्यक्तित्व से परिचय करवाने के लिए .....ऐसे व्यक्ति ही समाज को दिशा देते हैं इनका जीवन अपने लिए नहीं बल्कि समाज के लिए होता है ...ऐसे व्यक्तियों से हम भी कुछ सीख सकें तो यह हमारे लिए ही लाभदायक होगा !
ReplyDeleteआभार
ReplyDeleteकिरण जी का ब्लॉग मैं नियमित रूप से पढता हूँ.
ReplyDeleteआपका बहुत बहुत आभार इतना विस्तार से उनके बारे में बताने के लिये.
सादर
सुषमा जी जो लोग खुद अच्छे हैं उन्हें हर जगह अच्छा ही दिखता है
ReplyDeleteअच्छा व्यक्तित्व..जैसा की आप ने वर्णन किया..
ReplyDeleteअच्छा लगा किरणजी के व्यक्तित्व के व्यक्तित्व के बारे में जानकर ..... उन्हें ढेरों शुभकामनायें
ReplyDeleteडॉ.किरण जी से परिचित करवाने के लिए शुक्रिया!
ReplyDeleteडा किरण मिश्रा से परिचय के लिए धन्यवाद....
ReplyDeleteसादर..
Kiran ji se parichay karvane hetu hardik dhanywad .
ReplyDeleteकिरण जी के ब्लॉग का मैं भी नियमत पाठक हूँ.बहुत अच्छा लगा उनके बारे में जान कर.
ReplyDeleteसुषमा जी,आप के व्यक्तित्व की भी दाद देनी बनती है.जौहरी ही करता है हीरे की परख.
निस्संदेह ,बहुत शानदार व्यक्तित्व है किरण मिश्रा जी का ,मैंने उन्हें और उनके पति पवन मिश्रा जी को ब्लॉग के माध्यम से ही जाना है |जैसेए लोग हैं वैसा उनका लेखन | ये बात दावे के साथ कह सकता हूँ आने वाले समय में किरण जी की रचना धर्मिता नए आयाम स्थापित करेगी ,निस्संदेह व्यक्तित्व में मौजूद संवेदनशीलता ही व्यक्ति को महान बनाती है और सुषमा जी , किरण जी संवेदनशील हैं |
ReplyDeleteपरिचय देकर ’किरण’ का, किया बड़ा उपकार।
ReplyDeleteमेरा उन्हें प्रणाम है, और आपको प्यार॥
सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
bahut achha kiya jo hamen bhi milaya
ReplyDeleteएक अच्छी शख्सियत से मिलना अच्छा लगा।
ReplyDeleteshukriya....milwaane kaa!
ReplyDeleteकिरण जी से हम पहले से परिचित थे। वे एक ओजस्वी महिला हैं।
ReplyDeleteआपने और अच्छे से परिचित कराया। शुक्रिया।
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ओझा उवाच: यानी जिंदगी की बात...।
नाइट शिफ्ट की कीमत..
bahut dhanyawaad parichay karaane ke liye!!
ReplyDeleteएक अच्छी शख्सियत से मिलना अच्छा लगा।
ReplyDeleteaap sab ka tanks, sushma aap ko bhi
ReplyDeleteसच है आप दूसरों को वही दे सकते हैं जो आपके पास है|
ReplyDeleteआपसे मिलकर मुझे लगा की कोई भी पद किसी की पहचान नही बनाता बल्कि उसका व्यक्तित्व उसकी पहचान को पूर्ण करता है veru nice sentence. badhayi
ReplyDeleteकिरणजी के परिचय के लिए बहुत आभार !
ReplyDeleteइसका मतलब है मैं भी उसे पूरी तरह से नहीं जानती हूँ और जानूँ भी कैसे ? पवन खुद अकेले मिलता रहा तुम्हें लाया ही कहाँ ? पढ़ कर बहुत बहुत अच्छा लगा।
ReplyDeleteis parichay ka aabhar ...
ReplyDeleteati sundar
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