जीवनसाथी...जिंदगी सारे रिश्ते हमे जन्म से मिलते है,सफर के एक मोड़ पर हम इक रिश्ता अपने लिए चुनते है,या यूं कहें कि पहले से बने होते है ये रिश्ते...इक ऐसा रिश्ता जो बहुत दूर होकर भी सबसे करीब हो जाता है...जिंदगी का सबसे जरूरी और सबसे खास रिश्ता होता है...हमारा जीवनसाथी... जिसके ख्याल भर से ना जाने कितने ख्वाब सज जाते है,जिसके सिर्फ साथ भर हर मुश्किल आसान हो जाती है....जिसके साथ जिन्दगी हर रंग-रूप में खूबसूरत लगती है...जीवन का एक मात्र शख्स जो हमे ये एहसास दिलाता है कि कैसे किसी का दर्द-खुशी हमारी अपनी हर बात से ऊपर हो जाती है...सिर्फ एक उसकी मुस्कराहट हमारी हर खुशी की वजह बनती है...जीवनसाथी की नींव जितनी मजबूत होती है,उतनी ही कमजोर...कभी बड़ी-बड़ी बातें भी इस नींव को हिला भी नही पाती, तो कभी जरा सी बाती पर दरारे पड़ जाती है...कभी किताबो में पढ़ा था या सुना था कि जीवनसाथी से एक ऐसा रिश्ता बन जाता है जो दर्द किसी एक हो तो दूसरे को उतनी ही तकलीफ होती है...तुम्हारे साथ हमने ये एहसास भी किया है...सात वचनों का तो नही याद पर एक वचन मैं हमेसा निभाऊंगी,तुम गलत हो या सही...मैं हमेसा तुम्हारे साथ खड़ी हूँ,...तुम्हारे जीवन के हर यज्ञ में मैं आहुति बन कर उसे सफल और पूर्ण करूंगी...#आहुति#
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