मैं जा रहा हूँ पता नही फिर...
कब बात हो अपना ख्याल रखना.....!!
यही कुछ आखिरी शब्द थे....
तुम्हारे जो मेरे इनबॉक्स में........
तुमने लिख कर छोड़े थे...
उस दिन से आज तक.....
कितनी बार मैंने इनको पढ़ा है...
इक-इक शब्द जैसे...
दिल में गढ़ गये हो......
जितनी बार इन शब्दों को पढ़ती हूँ.....
ऐसा लगा कुछ अधूरे से लगे....
जैसे तुम कुछ और भी कहना चाहते थे.....
अगर मैं होती...
इक कसक सी दिल में.....
तुम ले कर चले गये................!
वैसे तो मैं हर रोज़.....
तुम्हारा इन्तजार करती थी....पर
उस दिन चूक गयी....
मैं क्यों नही थी....?
जब तुम जा रहे थे......
बार-बार उस इनबॉक्स में पड़े..
मैसज को पढ़ मैं सोचती हूँ..............
मैं तुमसे क्यों नही कह पायी कि ...............
मैं तुम्हारा इन्तजार करुँगी.......
तुम भी अपना ख्याल रखना..................!!!
क्यों नही कह पायी........?
कुछ अधुरा सा अनकहा......
तुम लिख कर छोड़ गये......
कुछ अधुरा सा अनकहा ......मेरे दिल में रह गया.......????
कब बात हो अपना ख्याल रखना.....!!
यही कुछ आखिरी शब्द थे....
तुम्हारे जो मेरे इनबॉक्स में........
तुमने लिख कर छोड़े थे...
उस दिन से आज तक.....
कितनी बार मैंने इनको पढ़ा है...

दिल में गढ़ गये हो......
जितनी बार इन शब्दों को पढ़ती हूँ.....
ऐसा लगा कुछ अधूरे से लगे....
जैसे तुम कुछ और भी कहना चाहते थे.....
अगर मैं होती...
इक कसक सी दिल में.....
तुम ले कर चले गये................!
वैसे तो मैं हर रोज़.....
तुम्हारा इन्तजार करती थी....पर
उस दिन चूक गयी....
मैं क्यों नही थी....?
जब तुम जा रहे थे......
बार-बार उस इनबॉक्स में पड़े..
मैसज को पढ़ मैं सोचती हूँ..............
मैं तुमसे क्यों नही कह पायी कि ...............
मैं तुम्हारा इन्तजार करुँगी.......
तुम भी अपना ख्याल रखना..................!!!
क्यों नही कह पायी........?
कुछ अधुरा सा अनकहा......
तुम लिख कर छोड़ गये......
कुछ अधुरा सा अनकहा ......मेरे दिल में रह गया.......????
एक अच्छी भावप्रधान रचना है !
ReplyDeleteबहुत सी बातें समय गुज़र जाने के बाद बस पछताए का एहसास कराती हैं ... एक बड़ा सा काश सामने आता रहता है अक्सर ....
ReplyDeleteकुछ लम्हे लौट कर नहीं आते जब अनकहा कहा सुना जा सकता था .
ReplyDeleteभावपूर्ण !
शुभकामनाये !
अधूरा ही रहता है प्रेम..यही उसकी पहचान है..
ReplyDeletebeautiful
ReplyDeleteबेहद उम्दा और बेहतरीन ...आपको बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteनयी पोस्ट@मुकेश के जन्मदिन पर.
प्रेम में बहुत कुछ अनकहा रहा जाता है यही इसकी खासियत है |
ReplyDeleteसोचा की बेहतरीन पंक्तियाँ चुन के तारीफ करून ... मगर पूरी नज़्म ही शानदार है ...आपने लफ्ज़ दिए है अपने एहसास को ... दिल छु लेने वाली रचना ...
ReplyDeleteबहुत ख़ूब!
ReplyDeleteबहुत ख़ूब!
ReplyDeleteबहुत ही खुबसूरत लिनक्स दिए है आपने....मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
ReplyDeleteमेरे मेल मं आया आपका कमेंट चर्चा मंच पर लगा दिया है।
ReplyDelete--
अच्छा लिखत हो आप।
--
शुभागमन।
भावमय करते शब्द .....
ReplyDeleteअति सुन्दर.......
ReplyDeleteबेहतरीन.......
ReplyDeleteयह अधूरा अनकहा चुभता रहता है किसी टूटे शूल की तरह।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना .....
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