Sunday, 13 January 2013

तुम कहो तो....!!!

कुछ 'शब्द' समेटे है मैंने....तुम्हारे लिए... .                          
तुम कहो तो इन्हें पन्नो पर.........बिखेर दूँ.......

कुछ 'रंग' जिन्दगी से चुराये है.....तुम्हारे लिए... 
तुम कहो तो जिन्दगी में तुम्हारी.....भर दूँ....

कुछ 'ख्वाब' छुपा लिए अपनी आखों में....तुम्हारे लिए... 
तुम कहो तो तुम्हारी पलकों पर.....रख दूँ 

कुछ 'लकीरे' किस्मत से चुराई है....तुम्हारे लिए...
तुम कहो तो तुम्हारी हथेलियों पर....सजा दूँ .....

कुछ 'लम्हे' संजो कर रखे है.....तुम्हारे लिए 
तुम कहो तो तुम्हारे साथ.......गुजार लूँ.....

कुछ 'राहे' बना ली है.....तुम्हारे लिए... 
तुम कहो तो तुम्हे मंजिल तक.....छोड़ दूँ..... 

49 comments:

  1. बहुत उम्दा अभिव्यक्ति,,,

    कुछ कहूं उनसे मगर यह ख्याल होता है
    शिकायतों का नतीजा मलाल होता है,,,,,

    recent post : जन-जन का सहयोग चाहिए...

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  2. आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति सोमवार के चर्चा मंच पर ।। मंगल मंगल मकरसंक्रांति ।।

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  3. बहुत प्यारी..भावभीनी रचना.

    अनु

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  4. कुछ 'लकीरे' किस्मत से चुराई है....तुम्हारे लिए...
    तुम कहो तो तुम्हारी हथेलियों पर....सजा दूँ .....

    बहुत सुंदर............

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  5. कुछ 'रंग' जिन्दगी से चुराये है.....तुम्हारे लिए...
    तुम कहो तो जिन्दगी में तुम्हारी.....भर दूँ...
    बहुत बढिया
    check my blog
    http://drivingwithpen.blogspot.in/

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  6. बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण रचना ....
    मकरसंक्रांति की शुभकामनाएँ !

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  7. Bilkul Sahi kaha apne.
    Bina kahe kux v kiya to dil khud se jabab magta hai.
    bahut hi sunder.

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  8. प्रेम की सुन्दर अभिव्यक्ति.

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  9. तुम्हारे लिए राहें बन गई मंजिल तक पहुँचने की तुम कहो तो छोड़ दूँ ... बहुत सुन्दर

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  10. तुम कहो तो तुम्हे मंजिल तक.....छोड़ दूँ.....

    mazil tak saath milega aur kya chaahiye bhala...:-)

    sundar:-)

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  11. वाह देने का ये जज्बा बना रहे । वक़्त मिले तो जज़्बात पर भी आयें।

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  12. वाह ... बहुत ही अनुपम प्रस्‍तुति

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  13. अति सुन्दर लिखा है..

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  14. bahut khoob...shandar.
    तुम कहो तो इन्हें पन्नो पर.........बिखेर दूँ.......
    gazab likha hai..

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  15. कुछ 'लम्हे' संजो कर रखे है.....तुम्हारे लिए
    तुम कहो तो तुम्हारे साथ.......गुजार लूँ.....

    कुछ 'राहे' बना ली है.....तुम्हारे लिए...
    तुम कहो तो तुम्हे मंजिल तक.....छोड़ दूँ..

    प्रेम की सुन्दर अभिव्यक्ति.

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  16. wahhh...Behtreen...
    http://ehsaasmere.blogspot.in/

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  17. बहुत खूब ... सच है प्रेम में सब कुछ उनका ही तो है ... उनके लिए ही तो है ...
    बहुत खूब ..

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  18. बहुत बढ़िया प्रस्तुति ।

    आदरेया -

    शुभकामनायें



    उद्धव लेकर चल पड़े, रो के रोके गोपि ।

    मथुरा की धुन में किशन, झिड़के करके कोपि ।

    झिड़के करके कोपि, सयानी गोपी बोली ।

    शब्द रंग कुछ ख़्वाब, हस्त-रेखाएँ खोली ।

    लम्हे रखी संजोय, बनाई राहें रविकर ।

    कहिये तो हम चलें, चले ज्यों उद्धव लेकर ।।

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  19. बहुत प्यारी रचना..

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  20. कुछ 'लम्हे' संजो कर रखे है.....तुम्हारे लिए
    तुम कहो तो तुम्हारे साथ.......गुजार लूँ.....
    SO NICE LINES WITH DEEP THOUGHT AND FEELINGS

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  21. bahut pyare bhaav liye rachna
    shubhkamnayen

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  22. बहुत सुन्दर रचना के लिए बधाई |

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  23. प्रेम और समर्पण की सुन्दर अभिव्यक्ति।
    ~ मधुरेश

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  24. प्यार की इजहार का खुबसूरत अंदाज : सुन्दर अभिव्यक्ति
    New post कुछ पता नहीं !!! (द्वितीय भाग )
    New post: कुछ पता नहीं !!!

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  25. बहुत प्यारी! बहुत खूबसूरत! ये छोटी-छोटी ख्वाहिशें जीवन में कितने सुंदर रंग भर देतीं हैं...
    ~सादर!!!

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  26. बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति .....आप भी पधारो आपका स्वागत है मेरा पता है ...http://pankajkrsah.blogspot.com

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  27. समर्पण भाव. सुन्दर .

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  28. बहुत प्यारी भावमयी रचना...

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  29. बहुत खूब बहुतखूब बहुतखूब !क्या कहने हैं रूपकात्मक अभिव्यक्ति के प्रेम की मिश्री के ,सौन्दर्य के पैरहन के .परवाज़ लग गए हैं शब्दों के पैरहन को

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  30. गज़ब की अभिव्यक्ति,प्यार के इजहार करने का निराला अंदाज।

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  31. बहुत खूब!!
    प्यार का नाम ही एक दूजे लिए होता है ..

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  32. बहुत प्रेमपूर्ण कविता।

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  33. विश्वास ही आधार है ....
    शुभकामनाएं !

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  34. विश्वास ही आधार है ....
    शुभकामनाएं !

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  35. वाह, बेहतरीन रचना

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  36. बहुत ही प्यारी रचना.
    अति सुंदर.....
    :-)

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  37. WO IJAJAT DE TO YAKINAN..AHSAAS AUR BHI KHUBSUTAR HO JATA HAI...

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  38. बहुत खूब आत्मविश्वास से लबरेज़ विचार अर्थ की सशक्त अभिव्यक्ति -तू कहे अगर जीवन भर मैं राग सुनाता जाऊं ,सपनों को चुराता जाऊं ...

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  39. बहुत सुंदर

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