गुजरते हुए हर लम्हे के साथ,
आने वाले हर पल के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
टूटते बिखरते सपनो के साथ,
हर अनजाने और अपनों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
तनहा अपने ख्यालो के साथ,
जिन्दगी के उलझते सवालो के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
कागज़ पर अनलिखे शब्दों के साथ,
अपनी कविताओं के अनकहे अर्थो के साथ....
मैंने तुम्हे याद किया है.....
तारो को गिनते-गिनते गुजरती रातो के साथ,
तुम्हारे बिन ढलती शामों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
मंजिल को भटकती राहो के साथ,
हर सफ़र पर तुम्हे तलाशती आखों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
इस तरह तुम मेरी जिन्दगी के हर लम्हे में शामिल हो,
मैंने तुम्हे याद किया आती जाती सांसो के साथ......
आने वाले हर पल के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
टूटते बिखरते सपनो के साथ,
हर अनजाने और अपनों के साथ,

तनहा अपने ख्यालो के साथ,
जिन्दगी के उलझते सवालो के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
कागज़ पर अनलिखे शब्दों के साथ,
अपनी कविताओं के अनकहे अर्थो के साथ....
मैंने तुम्हे याद किया है.....
तारो को गिनते-गिनते गुजरती रातो के साथ,
तुम्हारे बिन ढलती शामों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है....
मंजिल को भटकती राहो के साथ,
हर सफ़र पर तुम्हे तलाशती आखों के साथ,
मैंने तुम्हे याद किया है.....
इस तरह तुम मेरी जिन्दगी के हर लम्हे में शामिल हो,
मैंने तुम्हे याद किया आती जाती सांसो के साथ......