वक़्त के साथ कुछ रिश्ते छुटे है,तो नए बन भी जायँगे...
पर नए रिश्तो में पुराने रिश्तो में ठगा गया है
उसका दर्द भी होगा,अब शायद उस शिद्दत से रिश्तो को निभाने में कही कमी भी रह जाए...
अब वो गलतिया दोबारा नही होगी..
अब भावनाओ को ज्यादा तवज्जो ना देकर..जरूरत और फायदे नुकसान देखे जायँगे....
जितना मिलेगा,,उतना ही किसी रिश्ते के लिए किया जाएगा....जिनके पास वक़्त नही,उन रिश्तो पर ,
वक़्त यूँ ही नही खर्च किया जाएगा...
ये तो तय की रिश्तो में अब मुझे कोई दोबारा नही ठग पायेगा...#आहुति#